Best Adventure Travel Destinations in Northeast India : पूर्वोत्तर भारत में एडवेंचर ट्रैवल के लिए बेहतरीन जगहें |

Best Adventure Travel Destinations in Northeast India : अगर आपको घूमना पसंद है और एडवेंचर का शौक रखते हैं, तो पूर्वोत्तर भारत आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है! यहाँ की हरी-भरी पहाड़ियाँ, घने जंगल, खूबसूरत नदियाँ और अनोखी संस्कृति किसी भी यात्री को मंत्रमुग्ध कर सकती हैं। 

इसे ‘सात बहनों’ के नाम से भी जाना जाता है और यहाँ का हर राज्य अपने अनोखे अनुभवों के लिए मशहूर है। इस ब्लॉग में हम आपको पूर्वोत्तर भारत के सबसे रोमांचक यात्रा स्थलों के बारे में बताएंगे, जहां आप ट्रेकिंग, जंगल सफारी, बाइक राइडिंग और लोकल खाने का मजा ले सकते हैं।

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Best Adventure Travel Destinations in Northeast India

1. तवांग, अरुणाचल प्रदेश

तवांग

तवांग भारत के सबसे सुंदर हिल स्टेशनों में से एक है, जो अपनी भव्य घाटियों, मठों और अद्भुत पर्वतीय दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह ट्रेकिंग और हाइकिंग के लिए बेहद लोकप्रिय है। तवांग मठ और सेला पास जैसी जगहें यहाँ के प्रमुख आकर्षण हैं। तवांग का मौसम पूरे वर्ष ठंडा रहता है, जिससे यह ग्रीष्मकाल में पर्यटकों के लिए एक आदर्श गंतव्य बन जाता है। 

सर्दियों में यहाँ बर्फबारी का आनंद लिया जा सकता है, जिससे यह स्नो स्कीइंग के शौकीनों के लिए बेहतरीन जगह बनती है। तवांग जाने के लिए आपको गुवाहाटी से तेजपुर होते हुए सड़क मार्ग से जाना होगा। यहाँ की ऊंचाई अधिक होने के कारण ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, इसलिए यहाँ जाने से पहले शारीरिक रूप से तैयार रहना आवश्यक है।

साहसिक गतिविधियाँ:

  • सेला पास ट्रेकिंग
  • पर्वतारोहण
  • स्नो स्कीइंग (सर्दियों में)

भोजन: तवांग में मोमोज, थुकपा और ज़ान जैसे स्थानीय तिब्बती व्यंजन अवश्य ट्राई करें। यहाँ के स्थानीय तिब्बती खानपान में विशेष रूप से बटर टी और तिब्बती ब्रेड बहुत लोकप्रिय हैं।

2. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, असम

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

यह राष्ट्रीय उद्यान एक सींग वाले गैंडों के लिए विश्व प्रसिद्ध है और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है। यह जगह वाइल्डलाइफ सफारी के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यहाँ पर हाथी सफारी का अनुभव लेना एक अनोखा रोमांच है, जिससे आप यहाँ के वन्यजीवों को करीब से देख सकते हैं। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बंगाल टाइगर, जंगली भैंसे और दलदली हिरण भी पाए जाते हैं। 

यहाँ के दलदली घास के मैदान इसे और भी खास बनाते हैं, क्योंकि यह बाघों और अन्य जंगली जानवरों के लिए एक आदर्श आवास स्थल है। यह उद्यान ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित है, जो इसकी खूबसूरती को और भी बढ़ाता है। यहाँ जाने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल के बीच का होता है, जब मौसम अनुकूल रहता है और सफारी का अनुभव बेहतर होता है।

साहसिक गतिविधियाँ:

  • जीप सफारी
  • हाथी सफारी
  • बर्ड वॉचिंग

भोजन: असम का पारंपरिक खानपान जैसे मसूर टेंगा, पिथा और लूसी का स्वाद जरूर लें। असम की पारंपरिक थाली में चावल, दाल, बांस से बनी सब्जियां और मछली विशेष रूप से परोसी जाती हैं।

3. मेघालय की गुफाएँ और जीवंत पुल

जीवंत पुल

मेघालय अपनी प्राकृतिक गुफाओं और जीवंत जड़ों से बने पुलों के लिए मशहूर है। यहाँ की उमगोट नदी का क्रिस्टल-क्लियर पानी भी एक शानदार आकर्षण है। यह जगह ट्रेकर्स और खोजी यात्रियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। मेघालय की प्रसिद्ध गुफाएँ जैसे मासमई, अरवाह और सिंमथोह गुफा अपने अद्भुत चूना पत्थर संरचनाओं के लिए जानी जाती हैं। 

यहाँ आप गुफाओं के रहस्यमय संसार को करीब से देख सकते हैं। यहाँ की डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज ट्रेकिंग एक अनूठा अनुभव प्रदान करती है, जो आपको प्रकृति की अद्भुत कला का साक्षी बनाती है। यह ब्रिज स्थानीय खासी जनजातियों द्वारा सदियों से प्राकृतिक रूप से निर्मित किया गया है।

साहसिक गतिविधियाँ:

  • स्पीलिओलॉजी (गुफा अन्वेषण)
  • जिवंत रूट ब्रिज ट्रेकिंग
  • कायाकिंग

भोजन: झाड़ू, डोह ख्लिन और तुहप जैसी स्थानीय खाने की चीज़ें जरूर आज़माएँ। यहाँ के व्यंजनों में बांस से बनी करी और स्मोक्ड मीट बहुत लोकप्रिय हैं।

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4. जुलुक, सिक्किम

जुलुक

जुलुक अपने घुमावदार ज़ीग-ज़ैग रोड्स और ऊँचाई पर स्थित परिदृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह बाइक राइडिंग के लिए स्वर्ग मानी जाती है। यहाँ से आप कंचनजंगा पर्वत की बर्फ से ढकी चोटियों का अद्भुत नज़ारा देख सकते हैं। जुलुक ऐतिहासिक सिल्क रूट पर स्थित है, जो पुराने व्यापार मार्ग का हिस्सा था। 

यहाँ का मौसम पूरे वर्ष ठंडा रहता है और सर्दियों में यहाँ भारी बर्फबारी होती है। यहाँ की सड़कों पर ड्राइविंग एक एडवेंचर से कम नहीं है, क्योंकि यहाँ 32 हेयरपिन बेंड्स मौजूद हैं, जो इसे बाइकर्स के लिए बेहद रोमांचक बनाते हैं।

साहसिक गतिविधियाँ:

  • बाइक ट्रिप
  • हाई एल्टीट्यूड ट्रेकिंग

भोजन: यहाँ के पारंपरिक सिक्किमी व्यंजन जैसे गुंड्रुक सूप और फक्थू ट्राई करें। सिक्किम के भोजन में नेपाली और तिब्बती स्वाद का अनोखा मिश्रण देखने को मिलता है।

5. डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान, असम

डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान

डिब्रू-सैखोवा जैव विविधता का खजाना है, जहाँ विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ और जीव-जंतु देखने को मिलते हैं। यह स्थान ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर स्थित है और इसका प्रमुख आकर्षण यहाँ पाई जाने वाली दुर्लभ पक्षी प्रजातियाँ और अद्वितीय जलवायु है। 

इस राष्ट्रीय उद्यान का प्रमुख आकर्षण इसका अर्ध-सदाबहार वन क्षेत्र है, जो इसे असम के अन्य उद्यानों से अलग बनाता है। यहाँ के मैदानी इलाके और दलदली क्षेत्र इसे प्रवासी पक्षियों और स्थानीय वन्यजीवों के लिए आदर्श स्थान बनाते हैं। यदि आप वाइल्डलाइफ और फोटोग्राफी के शौकीन हैं, तो यह जगह आपके लिए एक शानदार अनुभव प्रदान कर सकती है।

साहसिक गतिविधियाँ:

  • रिवर क्रूज़
  • बर्ड वॉचिंग
  • जंगल सफारी

भोजन: यहाँ मछली से बने व्यंजन और असमिया पारंपरिक थाली जरूर ट्राई करें। असम के पारंपरिक व्यंजनों में मसूर टेंगा (खट्टी दाल), कुखुरा (मुर्गी करी) और बांस से बनी डिशेज़ प्रमुख हैं।

6. त्रिपुरा का जंगल सफारी

त्रिपुरा का जंगल सफारी

अगर आपको जंगलों की यात्रा पसंद है, तो त्रिपुरा का देवतामुरा हिल्स और उनाकोटी एक बेहतरीन विकल्प है। यहाँ की चट्टानों पर की गई अद्भुत नक्काशी देखने लायक होती है। त्रिपुरा की पहाड़ियों और घने जंगलों में ट्रेकिंग और वन्यजीव सफारी का अनुभव बेहद रोमांचकारी होता है। 

देवतामुरा हिल्स में भगवान शिव की विशाल मूर्तियां उकेरी गई हैं, जो इसे धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व प्रदान करती हैं। इस क्षेत्र का समृद्ध जैव विविधता वाला जंगल सफारी ट्रैवलर्स के लिए एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है।

साहसिक गतिविधियाँ:

  • जंगल सफारी
  • ट्रेकिंग
  • ट्राइबल विलेज टूर

भोजन: बांस से बनी डिशेज़ और स्थानीय फिश करी जरूर ट्राई करें। त्रिपुरा के पारंपरिक व्यंजनों में मुइया (बांस की टहनी से बना व्यंजन), वहनगा (मछली करी) और बेरी (चावल आधारित डिश) प्रमुख हैं।

यात्रा के महत्वपूर्ण सुझाव

  1. मौसम के अनुसार तैयारी करें: बारिश के मौसम में यात्रा करते समय वाटर प्रूफ जैकेट और अच्छे ग्रिप वाले शूज जरूर रखें। यदि आप सर्दियों में यात्रा कर रहे हैं, तो गर्म कपड़े और दस्ताने साथ ले जाएँ।
  2. स्वास्थ्य का ध्यान रखें: ऊंचाई वाले स्थानों पर ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें और ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें।
  3. स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें: पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति अद्वितीय है, इसलिए वहाँ के रीति-रिवाजों का सम्मान करें। स्थानीय लोगों से बातचीत करते समय उनकी परंपराओं और मान्यताओं का ध्यान रखें।
  4. सुरक्षा का ध्यान रखें: पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा के दौरान सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें। रात में यात्रा करने से बचें और विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसी से यात्रा की योजना बनाएं।
  5. स्थानीय भोजन का आनंद लें: हर राज्य का अपना अनोखा खानपान है, इसलिए यात्रा को और भी रोचक बनाने के लिए स्थानीय व्यंजनों को ज़रूर ट्राई करें।

निष्कर्ष

पूर्वोत्तर भारत न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, बल्कि यह साहसिक गतिविधियों के लिए भी एक आदर्श स्थान है। यहाँ की ट्रैकिंग ट्रेल्स, वन्यजीव सफारी, रोमांचक नदियाँ और खूबसूरत घाटियाँ हर यात्री को लुभाती हैं। 

यदि आप भारत के इस अद्भुत कोने में एडवेंचर की तलाश में हैं, तो यह आपकी बकेट लिस्ट में जरूर होना चाहिए! पूर्वोत्तर भारत में यात्रा करने का अनुभव जीवन भर याद रहने वाला होता है, जहां प्रकृति की गोद में रहकर आप अनोखे रोमांच का अनुभव कर सकते हैं।

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